ऊंचे महल चौबारों से कोई ये पूछे
कि कितने नींव के पत्थर
नीचे दबे पड़े हैं
ओहदा ओ रूतबा पाने वालों से पूछो
कि कितने यहां तक लाने के लिए
साथ खड़े हैं
गुरूर और हिकारत से न देखना इनको कभी
कि इमारत ढहाने के लिए
नींव का एक पत्थर ही काफी है ।
कि कितने नींव के पत्थर
नीचे दबे पड़े हैं
ओहदा ओ रूतबा पाने वालों से पूछो
कि कितने यहां तक लाने के लिए
साथ खड़े हैं
गुरूर और हिकारत से न देखना इनको कभी
कि इमारत ढहाने के लिए
नींव का एक पत्थर ही काफी है ।