दिवाली का त्यौहार खुशियों का उमंग का हर्ष का रोशनी का त्यौहार है. महादेव प्रेमी द्वारा रचित कुंडली विधा पर आधारित ये कविता आपको इस त्यौहार के महत्त्व को याद दिलाएगी. ऐसे ही कविता लेख आदि के लिए जुड़े रहे बात अपने देश की से.
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दिवाली त्योहार पर,खुशियां भरी उमंग,
घर पोतें दीपक जलें,रंगोली के संग।
रंगोली के संग,सजे आंगन गलियारे।
दीप रोशनी बने,कि शहर गांव उजियारे।
(प्रेमी)लंका जीत,राम निज प्रजा संभाली।
घर घर हुए आनंद,तभी से मने दिवाली।
रचियता -महादेव प्रेमी
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